साधुओं के हत्यारों को मिले कठोर दंड और हो सामाजिक बहिष्कार: महंत राजू दास
अयोध्या, 20 अप्रैल (हि.स.)। महाराष्ट्र के पालघर में एक धर्म विशेष की ओर से साधुओं की पीट-पीटकर हत्या पर अयोध्या के संतों में भी भारी आक्रोश है। हनुमानगढ़ी के महंत राजू दास ने इस घटना की कड़ी निन्दा करते हुए आज दोपहर से आमरण अनशन करने की बात कही है।
उन्होंने कहा कि आज अपने आवास पर ही पालघर में शहीद हुए संत के लिए दोपहर से सायंकाल तक आमरण अनशन लगातार पांच दिनों तक चलेगा। मांग किया है कि जो लोग इस अमानवीय कृत्य में शामिल हुए एवं वहां पर पुलिस बल के लोग मौजूद थे उनके खिलाफ हत्या का मुकदमा दर्ज कर कठोर कार्यवाही होनी चाहिए।
जूना अखाड़ा के साधुओं की नृशंस हत्या के बाद रामनगरी के संतों ने हत्यारों को मिले कठोर दंड दिए जाने की मांग किया है। वहीं इक्ष्वाकुपुरी फाउंडेशन ने इनका सामाजिक बहिष्कार करने की अपील आम जनता से किया है।
इक्ष्वाकुपुरीफाउंडेशन के निदेशक सौरभ पाण्डेय ने सोमवार को बयान जारी कर कहा है कि ऐसे आसामाजिक तत्व जो मानवता के शत्रु हैं और जिनका सम्मिलित समाज में रहना अभिशाप है, इन्हें सामाजिक बहिष्कार और कठोर से कठोर दंड मिलना चाहिए। यह घटना अमानवीय कृत्य का अकल्पनीय नीचतम उदाहरण है।
कहा है कि समाज विशेष के द्वारा निरंतर ऐसी घटनाओं में उत्साह से सम्मिलित होने और ऐसे कृत्य को धार्मिक उन्माद सरीखे उद्देश्य की पूर्ती के रूप में उत्सव की भांति मनाने की परंपरा नई नहीं है। ये वही सामाजिक शत्रु है जो निरंतर वैश्विक महामारी कोरोना से ग्रसित समस्या का हर तरीके से उपहास उड़ाते एवं दण्डित होते हुए देश भर में देखे जा रहे हैं।
गौरतलब है कि 16 अप्रैल को मुंबई से 126 किलोमीटर दूरी पर स्थित पालघर महाराष्ट्र में श्री पंच दशानन जूना अखाड़ा से सम्बंधित संत चिकाने महाराज कल्पवृक्षगिरि (70) और सुशील गिरी महाराज (38) वाहन चालक नीलेश तेलगडे की अमानवीय हत्या लाठी डंडों से पीट-पीट कर हुई है।