पत्रकार सुधीर चौधरी के विरुद्ध प्राथमिकी स्वतंत्रता पर आघात न करें - हिन्दू जनजागृती समिति
(पावन भारत टाइम्स संवाद)
लखनऊ। देश के प्रधानमंत्री को ‘मौत का सौदागर’ कहने को ‘लोकतंत्र में विचार अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता’ बताया जाता है । ओसामा बिन लादेन जैसे अनेक आतंकवादी और उनके आतंकवादी संगठन लगातार तथा खुलेआम गैर मुसलमानों के विरुद्ध रक्तरंजित जिहाद छेडने का फतवा जारी करते हैं; तब क्या धर्म का अपमान नहीं होता ? उनके विरुद्ध प्राथमिकी प्रविष्ट करना तो दूर की बात रही, उनके बयानों की साधारण निंदा भी नहीं की जाती । उक्त बातें हिन्दू जनजागृति समिति के राष्ट्रीय प्रवक्ता रमेश शिंदे ने जारी बयान में व्यक्त किया।
उन्होंने बताया कि ऐसे समय पत्रकारिता के नियमों का पालन करते हुए कट्टरवादियों की ओर से चलाए जा रहे अनेक प्रकार के जिहाद की केवल जानकारी देने पर, ‘झी न्यूज’ न्यूज चैनल के मुख्य संपादक सुधीर चौधरी के विरुद्ध केरल में प्राथमिकी प्रविष्ट की जाती है । यह कृत्य, प्रचारमाध्यमों की स्वतंत्रता पर आघात ही है ।
जब देश में ‘हिन्दू आतंकवाद’ का लेबल लगाकर समाचार प्रसारित किए जाते हैं, तब हिन्दू धर्म की मानहानि हुई इसलिए कभी किसी के विरुद्ध कार्यवाही की गई क्या ? इसलिए, केंद्रशासन को इस प्रकरण में हस्तक्षेप करना चाहिए । इसी प्रकार, सब राज्य सरकारों के लिए इस विषय में उचित दिशानिर्देश जारी करने चाहिए । इस मांग के साथ-साथ भारत के सब प्रचारमाध्यम, बुद्धीजीवी, राष्ट्रप्रेमी नागरिक आदि इस घटना की कठोर शब्दों में निंदा करें, यह आवाहन भी समिति ने किया है ।