लोकतंत्र अपने प्रतिनिधियों के माध्यम से स्वयं कानून का निर्माण करता है- डॉ महेश चंद्र शर्मा
लोकतंत्र अपने प्रतिनिधियों के माध्यम से स्वयं कानून का निर्माण करता है- डॉ महेश चंद्र शर्मा

 



- एकात्म मानवदर्शन अनुसंधान एवं विकास प्रतिष्ठान का हो रहा है ई - कार्यकर्ता प्रशिक्षण

 

 


 

अयोध्या,17 मई (हि. स.)। किसी भी समाज में लोकमत निर्णायक होता है। लोक अपने आप को कानून से नियमित करेगा। लोकतंत्र की यह सैद्धांतिक अवधारणा है। लोकतंत्र अपने प्रतिनिधियों के माध्यम से स्वयं कानून का निर्माण करता है। यह वाक्य केवल पुस्तकीय है। इसका अहसास न तो मतदाता को है और न ही मत लेने वाले नेता को । लोकतंत्र की समस्या है कि लोग कानून तोड़ते है। शासन कानून के माध्यम से लोक को नियंत्रित करने की कोशिश करता है। उक्त बातें रविवार को एकात्म मानवदर्शन अनुसंधान एवं विकास प्रतिष्ठान के अध्यक्ष पुर्व राज्यसभा सांसद डॉ महेश चन्द्र शर्मा ने प्रदेश स्तरीय ऑनलाइन कार्यकर्ता प्रशिक्षण सत्र के चौथे दिन व्यक्त किया। उन्होंने “लोकमत परिष्कार क्यों? एवं हमारी भूमिका” विषय पर उत्तर प्रदेश के विभिन्न जनपदों से ऑनलाइन माध्यम से जुड़े प्रतिष्ठान के कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए कहा कि आज लोकमानस में सत्ताभोगवादी विचारों की अधिकता है, आज का लोकतंत्र स्वप्रशंसा और परनिंदा पर अधिक आधारित है, उन्होंने यह भी बताया कि दीनदयाल जी कहते थे कि “सिद्धान्तहीन मतदाता सदैव सिद्धान्तहीन राजनीति का ही जनक हो सकता है” उसके द्वारा कभी भी सैद्धान्तिक राजनीति का जन्म नहीं हो सकता है। उन्होंने कार्यकर्ताओं से कहा कि आज देश ऐसे राजनीतिक कार्यकर्ताओं की जरूरत है जो भोगवादी भाव न रखें । हमें लोकमत का परिष्कार करना चाहिए। लोक में निरन्तर संवाद होना चाहिए। लोकतंत्र का भारतीयकरण करने के लिए भारत की लोकव्यवस्था को जानना एवं समझना चाहिएा। हमें पाश्चात्य लोकतंत्र को जस का तस न स्वीकार कर अपने लोकतंत्र का निर्माण करना चाहिए। समाज में राजघर्म की अवधारणा आवश्यक है। उन्होंने ध्यान दिलाया कि कैसे भारतीय लोकतंत्र की आधारभूत हमारी पंचायती व्यवस्था में निर्णय बहुमत के आधार पर नहीं, आम सहमति के आधार पर लिए जाते हैं । इसलिए पंचायती व्यवस्था को गांधीजी ने भी भारतीय लोकतकन्त्र का आधार बताया था। एकात्म प्रतिष्ठान उत्तर प्रदेश के संयोजक त्र्यम्बक तिवारी ने बताया कि भारतीय दर्शन के मूल में ही भारत की उन्नति के प्रबल समर्थक और अद्वितीय विचारक पण्डित दीनदयाल उपाध्याय के एकात्म मानवदर्शन के सिद्धांतों को जन-जन से जन-मन तक पहुंचाने के संकल्प को लेकर युगीन मनीषी आदरणीय पण्डित महेश चंद्र शर्मा जी के द्वारा स्थापित एकात्म मानव दर्शन अनुसंधान एवं विकास प्रतिष्ठान के द्वारा 13 मई से ऑन लाइन प्रशिक्षण सत्र का प्रारम्भ किया गया है। यह ऑनलाइन प्रशिक्षण सत्र अभी और 2 दिन चलेगा प्रत्येक दिन का विषय अलग-अलग है l पूरे प्रशिक्षण सत्र का तकनीकि नियंत्रण एवं संचालन कानपुर क्षेत्र के संयोजक ई. प्रवीण पांडे के निर्देशन में, ई. अभिनव द्विवेदी, मोहित मिश्र, आदि तकनीकि कौशल युक्त कार्यकर्ताओं की टीम कर रही है l प्रशिक्षण अभियान के सम्बन्ध में जानकारी देते हुए प्रतिष्ठान के सह संयोजक ई. रवि तिवारी ने कहा कि आज सम्पूर्ण मानवता जी संकट के मुहाने पर खड़ी है ऐसे कालखंड में मानवीय संवेदनाओं से युक्त एकात्मता के विराट स्वरूप को संजोये असंख्य कार्यकर्ताओं की आवश्यकता है। एकात्म मानव प्रतिष्ठान निरन्तर ऐसे कार्यकर्ता निर्माण की प्रक्रिया में निरत है।वर्तमान लाकडाउन के समय में उत्तर प्रदेश के चयनित कार्यकर्ताओं का 6 दिवसीय प्रशिक्षण सत्र का ऑनलाइन आयोजन किया गया है। जिसका आज चतुर्थ सत्र संपन्न हुआ।सत्र का समापन गोरखपुर क्षेत्र के सहसंयोजक डॉ पंकज सिंह के नेतृत्व में कल्याण मन्त्र वाचन के साथ किया गया।

 


 

आज के सत्र में प्रतिष्ठान के प्रदेश समिति के सदस्य डॉ. प्रबुद्ध त्रिपाठी जी ने आज के सत्र के समापन पर धन्यवाद एवं आभार व्यक्त किया। ई- प्रशिक्षण सत्र में प्रतिष्ठान के प्रदेश सहसंयोजक प्रोफेसर त्रिलोचन शर्मा मेरठ, विश्वविद्यालय आयाम के प्रदेश प्रमुख प्रो. राजेश कुमार सिंह, गोरखपुर क्षेत्र के संयोजक सुधीर पाण्डेय, काशी के क्षेत्रीय संयोजक बाल कृष्ण पाण्डेय, प्रशिक्षण प्रभारी डॉ उपेंद्र देव, कानपुर के सहसंयोजक संतोष शुक्ल राहुल, ब्रज के संयोजक अमितेश अमित, पश्चिम क्षेत्र के प्रभारी योगेंद्र शर्मा, डॉक्टर शिवा त्रिपाठी, डॉ मंजू बघेल, डॉक्टर स्वाति गर्ग, डॉ आशुतोष सिंह, अविनाश मिश्र, प्रवीण सिंह, डॉ राहुल तिवारी, पत्रकार मनोज सिंह, पवन पांडे, लखीमपुर के ज्योतिर्मय बरतरिया, डॉ अजय कुमार मिश्र, डॉ राम दरस मिश्र, डॉक्टर अरुण कांत, राजर्षि टंडन मुक्त विश्वविद्यालय के अयोध्या के क्षेत्रीय निदेशक डॉ शशि भूषणराम त्रिपाठी, डॉ गोविन्द नारायण श्रीवास्तव, सहित पूरे प्रदेश के विभिन्न जनपदों से अनेकानेक कार्यकर्ताओं ने सहभाग कियाl