लॉकडाउन में अवध विवि के विद्यार्थीं सोशल नेटवर्क से करेंगे काउंसिलिंग
अयोध्या
(हि.स.)। लॉकडाउन में विद्यार्थिंयों के मानसिक तनाव को दूर करने के लिए डॉ. राममनोहर लोहिया अवध विश्वविद्यालय एवं सम्बद्ध महाविद्यालयों में संचालित एमपीएच, समाज कार्य एवं मनोविज्ञान विषय के छात्र-छात्राएं फोन, ई-मेल, डिजिटल प्लेटफॉर्म एवं सोशल नेटवर्क के माध्यम से काउंसिलिंग करेंगे।
इस सम्बन्ध में शनिवार को विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. मनोज दीक्षित ने सभी को निर्देश देते हुए बताया कि कोविड-19 के संक्रमण से हर व्यक्ति के अन्दर एक भय व्याप्त है। इस भय को निकालने के लिए मनोवैज्ञानिकों की भूमिका बढ़ जाती है। इस समय हम सभी के लिए संकट का दौर है। कोरोना वायरस के व्यापक फैलाव के कारण केन्द्र सरकार ने लॉकडाउन घोषित किया है। इस प्रकार की स्थिति हम सभी के सामने पहली बार आई है। घरों में रहकर लोग समाचार के माध्यम से कोरोना के सम्बंध में अत्यधिक जानकारी ले रहे हैं। सोशल मीडिया के माध्यम से तमाम तरह की सही एवं गलत सूचनाएं लोगों तक पहुंच रही हैं। इससे तनाव, अकेलापन, कोरोना फोबिया, अवसाद आदि जैसी स्थितियां उत्पन्न हो रही है। इन मानसिक बीमारियों से निपटने के लिए काउंसिंलिंग की आवश्यकता है। काउंसिंलिंग के माध्यम से विद्यार्थियों को अवसाद एवं तनाव से बाहर निकालने में मदद मिलेगी।
कुलपति ने कहा कि विश्वविद्यालय एवं सम्बद्ध महाविद्यालयों के प्राचार्यों के साथ पूर्व में वीडियो कांफ्रेंसिंग से बैठक की जा चुकी है। आम जनमानस के जीवन में ऐसी स्थिति न आये इसके लिए विश्वविद्यालय एवं सम्बद्ध महाविद्यालय के एमपीएच, समाजकार्य एवं मनोविज्ञान के शिक्षक एवं छात्र-छात्राएं काउंसिंलिंग के माध्यम से लोगों को तनाव से मुक्त करने का प्रयास करेंगे। इस सम्बन्ध में समाजकार्य विभाग के डॉ. विनय कुमार मिश्र ने बताया कि राज्य सरकार के आदेश पर विभाग के लगभग 45 छात्र-छात्राओं की सूची जिला प्रशासन को उपलब्ध करा दी गई है। किसी भी आपात स्थिति से निपटने के लिए इनकी सहायता ली जायेगी। अभी लॉकडाउन में उन सभी की फोन से काउंसिंलिंग की जा रही है, जिनके परिवार के सदस्य उनके घर या जनपद से बाहर होने के कारण मानसिक दबाव में है।