कनक भवन मंदिर के साथ-साथ अयोध्या के मंदिरों में भगवान राम ने प्रतीकात्मक रूप से लिया जन्म

कनक भवन मंदिर के साथ-साथ अयोध्या के मंदिरों में भगवान राम ने प्रतीकात्मक रूप से लिया जन्म


 

 -राम जन्म भूमि परिसर के रामलला मंदिर में भी मना राम जन्मोत्सव 

 

 - रामनवमी पर रामनगरी में है पूर्ण रूप से लाक डाउन
 

 अयोध्या, 02 अप्रैल (हि. स.)। कनक भवन मंदिर के साथ-साथ अयोध्या के सभी मंदिरों में भगवान राम ने प्रतीकात्मक रूप से जन्म लिया । श्री राम जन्म भूमि परिसर के रामलला मंदिर में भी राम जन्मोत्सव मना। 

 

गुरुवार मध्यान्ह 12:00 बजे भगवान राम ने जन्म लिया । घंटे, घड़ियाल और शंखनाद के बीच भगवान का प्रकटीकरण हुआ । रामनगरी के सभी मंदिरों में पुजारियों ने उतारी आरती। पूजन पाठ शुरू हुआ। 

 

कोरोना लॉक डाउन की वजह से मंदिर प्रशासन पुजारियों के साथ भगवान राम का जन्म उत्सव मना रहा है । राम जन्म उत्सव में राम नगरी इस बार अनूठे रूप में अपना उत्सव मना रही है। राम लला की जन्मभूमि कही जाने वाली अयोध्या जिसका सबसे बड़ा उत्सव श्री राम नवमी महापर्व ही है ।जिसे श्री राम के जन्म के रूप मे बड़े ही विशाल रूप मनाया जाता है। मंदिरों, घरों, में बड़े - बड़े महोत्सव आयोजित होते है। जिसमें देश के कोने - कोने से कई लाख की संख्या में राम भक्त अयोध्या आते है

 

अपने आराध्य श्री राम के जनमोत्स्व को भव्य व दिव्य रूप से मनाने के लिए आते हैं और इस वर्ष तो श्री राम नवमी को और भी भव्य व दिव्य रूप से मनाने का स्वरूप तैयार किया जा रहा था। क्योंकि श्री रामजन्मभूमि के निर्माण के लिए देश की सबसे बड़ी अदालत सुप्रीम कोर्ट से फैसला आया था और वर्षो से टेंट मे रह रहे श्री राम लला को राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के द्वारा आयोजित अनुष्ठान के माध्यम से अस्थायी भवन में उत्तर प्रदेश के मुख्य मंत्री योगी आदित्य नाथ के द्वारा नव संवत्सर पर विराजमान कराया भी जा चुका है। किन्तु इतिहास मे पहली बार अयोध्या में सन्नाटा है। 

 

 विश्वव्यापी महामारी करोना पर विजय प्राप्त करने के लिए हमारे प्रधानमंत्री मोदी जी के द्वारा 21 दिनों के लकडाउन का सभी साधु - संत व राम भक्त पूर्ण रूप से पालन कर रहे है। जिसके चलते अयोध्या की गलिया, सडके व मठ - मंदिरो मे सन्नाटा है सभी राम नवमी का पर्व अपने - अपने घरों व  मठ-मंदिरों में  मना रहे है।