कोरोना महामारी के चलते लकडाउन के आदेश का रामभक्त व साधू - संत कर रहे हैं पालन
(पावन भारत टाइम्स संवाद)
अयोध्या, 01 अप्रैल (हि. स.)। राम जन्म उत्सव में राम नगरी इस बार अनूठे रूप में अपना उत्सव मनाने की तैयारी में है। राम लला की जन्मभूमि कही जाने वाली अयोध्या जिसका सबसे बड़ा उत्सव श्री राम नवमी महापर्व ही है। जिसे श्री राम के जन्म के रूप मे बड़े ही भव्य रूप से मनाया जाता है।
लगभग 20 लाख से भी अधिक श्रद्धालु पावन सलिला सरयू नदी में सुबह से ही स्नान करते आए हैं। मंदिरों, घरों, में बड़े - बड़े महोत्सव आयोजित होते है। जिसमें देश के कोने - कोने से कई लाख की संख्या मे राम भक्त अयोध्या आते है। अपने आराध्य श्री राम के जनमोत्स्व को भव्य व दिव्य रूप से मनाने के लिए आते हैं और इस वर्ष तो श्री राम नवमी को और भी भव्य व दिव्य रूप से मनाने का स्वरूप तैयार किया जा रहा था। क्योंकि श्री रामजन्मभूमि के निर्माण के लिए देश की सबसे बड़ी अदालत सुप्रीम कोर्ट से फैसला आया था और वर्षो से टेंट में रह रहे श्री राम लला को राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के द्वारा आयोजित अनुष्ठान के माध्यम से अस्थायी भवन मे उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्य नाथ के द्वारा नव संवत्सर पर विराजमान कराया भी जा चुका है।
किन्तु इतिहास में पहली बार अयोध्या में सन्नाटा है।वो भी इस लिए की इस दवरान विश्वव्यापी महामारी करोना पर विजय प्राप्त करने के लिए हमारे प्रधानमंत्री मोदी जी के द्वारा 21 दिनों के लकडाउन का सभी साधु - संत व राम भक्त पूर्ण रूप से पालन कर रहे हैं। जिसके चलते अयोध्या की गलिया, सड़के व मठ - मंदिरों में सन्नाटा है सभी राम नवमी का पर्व अपने - अपने घरों व मठ -मंदिरों में मना रहे और जिसका आवाहन विहिप अंतराष्ट्रीय उपाध्यक्ष चम्पत राय ने कहा की हम सभी को प्रधानमंत्री मोदी जी के आवाहन 21दिनों के लकडाउन का पूरी तरह से पालन करना चाहिए।
कहा कि हम सभी राम भक्तों व साधु - संतो को होने आराध्य श्री राम जी की रामनवमी को अपने - अपने घरो व मठ - मंदिरो में ही मनाना चाहिए और भगवान से प्रार्थना करनी चाहिए की हम सभी को इस महामारी से विजय मिले, व रामजन्मभूमि के मुख्य पुजारी सतेंद्र दस ने भी राम भक्तो से निवेदन किया की सभी अपने - अपने घरों में इस पर्व को मनाते हुए ईश्वर से प्रार्थना करे की हमें इस महामारी से विजय दिलाये।
हिन्दुस्थान समाचार से बातचीत में बुधवार को उन्होंने कहा की इतिहास मे पहली बार है की रामनवमी के पावन अवसर पर अयोध्या सूनी रही है। मंदिर आंदोलन के समय से ही विख्यात रहा बड़ा भक्तमाल मंदिर के महंत अवधेश दास ने कहा की अयोध्या का सबसे बड़ा महोतसव है। श्री राम नवमी पर्व जिसपर देश के कोने - कोने से लाखों की संख्या में राम भक्त अयोध्या आते है और इस बार का आयोजन तो बड़ा ही विशेष था। क्योंकि श्री रामजन्मभूमि के निर्माण के लिए सुप्रीम कोर्ट ने आदेश दिया और श्री राम लला को मुख्य मंत्री योगी जी के द्वारा अस्थायी भवन मे विराजमान कराया गया किन्तु करोना जैसी विश्व व्यापी महामारी को परास्त करने के लिए मोदी जी के लकडाउन का पूर्ण रूप से समर्थन करना चाहिए और करोना पर विजय प्राप्त करने के लिए भगवान से प्रार्थना करनी चाहिए।
इसपर विजय प्राप्त करने के बाद हम इस महोतसव को बाद में बड़े ही धूमधाम के साथ मनाएंगे, इसके साथ सभी प्रमुख संत - महंत कर रहे है। उनका कहना है की हम अपने आराध्य श्री राम का महोत्सव बाद में मना लेंगे लेकिन इस समय हम सभी को प्रधानमंत्री मोदी जी का साथ देते हुए कोरोना पर विजय प्राप्त करना जरूरी है।
मंदिरों में गुरुवार को रामनवमी पर्व पर दोपहर में भगवान राम का जन्म उत्सव मंदिर के ही संत और भक्तों के द्वारा मनाया जाएगा। सरयू नदी में प्रशासन ने सामूहिक स्नान पर पहले ही रोक लगा दिया था। इसलिए रामनवमी पर शरीर में सार्वजनिक स्नान भी नहीं किया जा सकेगा।