दिल्ली। राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के केंद्रीय कार्यकारिणी सदस्य एवं मुस्लिम राष्ट्रीय मंच के संरक्षक डॉ इंद्रेश कुमार ने सन्देश देते हुए अपील करते हुए कहा कि मुस्लिम समाज आगे आए और इस मुश्किल घड़ी में करोना महामारी के खिलाफ लड़ाई में अपना योगदान दें ।
उन्होंने सवाल किया कि निजामुद्दीनन तब्लीगी जमात के कार्यक्रम का कसूरबार कौन ? :
और बताया कि जैसे भारत में अन्य धर्मों के लोगों ने अपने धार्मिक कार्यक्रम Corona के प्रकोप के कारण स्थगित कर दिए थे वैसे ही तब्लीगी जमात को राष्ट्र हित को ध्यान में रखते हुए अपने कार्यक्रम भी स्थगित कर देने चाहिए थे ।
2. इन मुल्ला मौलवियों ने महजबी कट्टरता को छोड़ कर इंसानियत और हिंदुस्तानियत का अपमान किया है । इन्होंने इस्लाम का भी अपमान किया है और रूहानी मार्ग को छोड़कर शैतानी रास्ता अपनाया है ।
3. इसलिए पहले कसूरवार यह मुल्ले मौलवी लोग हैं । अभी भी मैं इनसे यह अपील करता हूं कि आगे होने वाले सभी कार्यक्रमों को फौरन रोक दें और जब देश के हालात ठीक हो तब इन कार्यक्रमों का आयोजन करें ।
4. दूसरे कसूरवार स्थानीय विधायक और दिल्ली की आम आदमी पार्टी की सरकार और उनकी लीडरशिप है, जिन्होंने आज देश को एक भयानक स्थिति में खड़ा कर दिया है । आम आदमी पार्टी की लीडरशिप ने अपने वोट बैंक की खातिर मजहबी कट्टरता को फलने फूलने दिया और हिंदुस्तानियत का गला घोटा ।
5. तीसरे कसूरवार दिल्ली पुलिस और सरकारी प्रशासन जिसने अपनी लापरवाही के कारण दिल्ली को और देश को कोरोना के शिकंजे में कस दिया।
6. चौथे कसूरवार निजामुद्दीन क्षेत्र के नागरिक हैं जिन्होंने सब जानते हुए भी इतने बड़े जलसे के खिलाफ कोई आवाज नहीं उठाई ।
7. देश की प्रमुख विपक्षी पार्टी कांग्रेस का इस घटना पर चुप्पी साधना देश के लिए घातक है ।
8. देश के संविधान की पहली हत्या शाहीन बाग और दूसरी हत्या निजामुद्दीन तब्लीगी जमात के कार्यक्रम में हुई ।
मैं पूरे देश के मुसलमानों से अपील करूंगा कि जहां-जहां भी मस्जिदों आदि में हिंदुस्तानी या विदेशी तब्लीगी जमात के लोग ठहरे हुए हैं उसकी जानकारी स्थानीय पुलिस और प्रशासन को दें ताकि उनको क्वॉरेंटाइन में लेकर उनका उपचार किया जा सके ।
अपराध करना और अपराध छुपाना इस्लाम में एक गुनाह है - डॉ इंद्रेश कुमार
में अपील करता हूँ कि मुस्लिम समाज आगे आए और इस मुश्किल घड़ी में करोना महामारी के खिलाफ लड़ाई में अपना योगदान दें ।