उद्धव ने राम मंदिर के लिए दिया एक करोड़

 


(पावन भारत टाइम्स संवाद)


-महाराष्ट्रभवन निर्माण के लिए सीएम योगी से मांगी जमीन
-परिवार व भगवा टीम के साथ किया रामलला का दर्शन
अयोध्या। महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री और शिवसेना सुप्रीमो उद्धव ठाकरे ने कहा कि जन्मभूमि पर भव्य राम मंदिर निर्माण के लिए नवगठित ट्रस्ट का निर्माण हो गया है और कल ही ट्रस्ट का खाता खुल गया है। राम भक्त होने के नाते महाराष्ट्र सरकार की ओर से नहीं बल्कि अपने निजी ट्रस्ट से जन्म भूमि ट्रस्ट को राम मंदिर निर्माण के लिए एक करोड़ रुपये दान देने की घोषणा करता हूं। ट्रस्ट के सम्मानित सदस्यों से विनती करता हूं कि वह इस रकम को स्वीकार करें। उन्होंने महाराष्ट्र सरकार की ओर से रामनगरी अयोध्या में राम भक्तों के लिए महाराष्ट्र भवन के निर्माण की इच्छा जताई। कहा कि उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से जमीन उपलब्ध कराने की विनती की है। जमीन उपलब्ध होते ही महाराष्ट्र भवन का निर्माण शुरू करा दिया जाएगा।
सरकार के 100 दिन पूरे होने के बाद अपनी पार्टी के मंत्रियों, सांसदों, विधायकों तथा परिवार व पार्टी पदाधिकारियों और जनप्रतिनिधियों के साथ अयोध्या पहुंचे महाराष्ट्र के सीएम शिवसेना सुप्रीमो उद्धव ठाकरे रामलला का दर्शन करने के पूर्व मीडिया से मुखातिब थे।इसके बाद उन्होंने भगवा टीम के साथ रामनगरी पहुंच रामलला का दर्शन किया। देवकाली क्षेत्र के एक होटल में मीडिया से मुखातिब श्री ठाकरे कहा कि मैं जब भी अयोध्या आता हूं या फिर राम मंदिर का विचार मन में आता है तो वह पुराने दिन याद आते हैं। जब मेरे पिताजी बाला साहब ठाकरे ने राम जन्मभूमि आंदोलन का नेतृत्व किया था। वह दिन भी याद आता है जब पूरे महाराष्ट्र के गांव-गांव में शिला एकत्र की गई थी और उनका पूजन कराया गया था। महाराष्ट्र से राम भक्त इन शिलाओं को लेकर राम मंदिर निर्माण के लिए अयोध्या आए थे। महाराष्ट्र की एक कहावत का उद्धरण देते हुए श्री ठाकरे ने कहा कि राम मंदिर में देश विदेश के राम भक्तों कि श्रद्धा और सहयोग है। एक राम भक्त होने के नाते वह भी मंदिर निर्माण के लिए अपने ट्रस्ट की ओर से एक करोड़ रुपये दे रहे है।
श्री ठाकरे ने कहा कि डेढ़ साल के भीतर अयोध्या के इस तीसरे दौरे में भी उनका सरयू आरती का कार्यक्रम था। कोरोना वायरस के बेसिक आतंक के चलते महाराष्ट्र प्रांत में लोगों से भीड़ से बचने का अनुरोध विनती की है। इसी के चलते इस बार सरयू आरती का कार्यक्रम स्थगित कर दिया है हालांकि वह फिर अयोध्या आएंगे और पूर्व की तरह सरयू की आरती करेंगे। दर्शन के बाद श्री ठाकरे अपनी पत्नी रश्मि और बेटे आदित्य के साथ बाया लखनऊ और नेता,पदाधिकारी,सांसद स्पेशल ट्रेन से मुंबई के लिए रवाना हो गए।


 
== हर बार प्रभु राम की कृपा का फल मिला
-श्री ठाकरे ने कहा कि डेढ़ साल में मैं तीसरी बार अयोध्या आया हूं।पहली बार नवंबर 2018 में छत्रपति शिवाजी के भूमि की मिट्टी लेकर प्रभु श्री राम की मिट्टी पर आया था। पहले मंदिर फिर सरकार का नारा दिया था और मांग रखी थी कि सरकार मंदिर निर्माण के लिए कानून बनाए। प्रभु राम ने अपना आशीर्वाद दिया और पार्टी के 18 लोग सांसद चुने गए।इसके बाद 16 जून 19 को सभी चुनाव हुए सांसदों के साथ रामलला का दर्शन किया। सपने में भी मुख्यमंत्री बनने की नहीं सोचा था लेकिन राम की कृपा से मुख्यमंत्री बन गया।
भाजपा सरकार ने कानून को नहीं बनाया लेकिन सुप्रीम कोर्ट में मंदिर के पक्ष में फैसला कर दिया। जब भी मैं इधर आता हूं भगवान श्री राम की कृपा से कुछ न कुछ जरूर कामयाबी मिलती है। मैंने पहले ही कहा था कि बार बार आऊंगा। डेढ़ साल में तीसरी बार यहां आया हूं और आगे भी आता रहूंगा।



== भाजपा से अलग हुआ हूं हिंदुत्व से नहीं
-शिवसेना सुप्रीमो और महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने कहा कि वह भारतीय जनता पार्टी गठबंधन से अलग हुए हैं। उन्होंने हिंदुत्व से किनारा नहीं किया है। भाजपा पर तंज कसते हुए श्री ठाकरे ने कहा कि भाजपा का हिंदुत्व अलग है और उनका हिंदुत्व अलग। पूरे देश में शिवसेना और शिवसैनिक हिंदुत्व के लिए जाने जाते हैं। शिवसेना के संस्थापक बाला साहब ठाकरे के समय से ही शिवसैनिक हिंदुत्व के लिए संघर्ष करते रहे हैं। यह हिंदुत्व किसी राजनीतिक दल से गठबंधन से प्रभावित नहीं हो सकता। गठबंधन से कामकाज की प्राथमिकता तो बदल सकती है लेकिन हमारी विचारधारा नहीं।हमारा हिंदुत्व भाजपा की तरह नहीं है कि कहने को कुछ और करने को कुछ और।


 
== पुलिस ने पहले ही कर दिया नजरबंद
-महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे का विरोध करने वाले संत महंत व हिंदू महासभा के जिला अध्यक्ष को दौरे के पहले ही पुलिस ने नजरबंद कर दिया। हिंदू महासभा मैं ठाकरे को होटल से न निकलने देने का ऐलान किया था। वही तपसी छावनी के महंत परमहंस दास में काला झंडा दिखाने की घोषणा की थी। मामले को लेकर पुलिस प्रशासन की ओर से सुरक्षा के कड़े इंतजाम किए गए थे जिसके चलते विरोध प्रदर्शन की मंशा विफल हो गई विरोध के लिए कोई दूर दूर तक नहीं फ़टका।
पुलिस की ओर से बताया गया कि एहतियात के चलते महासभा के जिला अध्यक्ष राकेश धर मिश्रा, महंत परशुराम दास,तपस्वी छावनी के संत परमहंस दास,हनुमानगढ़ी के पुजारी राजू दास तथा हिन्दू महासभा के मनीष पांडेय को पुलिस की निगरानी में रखा गया।