(पावन भारत टाइम्स संवाद)
-मेले के पूर्व ही काम शुरू कर देगा ट्रस्ट कार्यालय
अयोध्या। राम नगरी के ऐतिहासिक चैत रामनवमी मेले के पूर्व जन्म भूमि पर विराजमान रामलला अपने भाइयों समेत बुलेट प्रूफ अस्थाई फाइबर मन्दिर में शिफ्ट हो जाएंगे। इसके साथ ही रामजन्मभूमि मार्ग स्थित चारधाम मन्दिर में श्री रामजन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के कार्यालय शुरू हो जाएगा। हालांकि राम जन्म भूमि तीर्थ क्षेत्र टेस्ट की अयोध्या में पहली बैठक कार्तिक पूर्णिमा मेले के बाद 4 अप्रैल को होगी। इस बैठक में जन्मभूमि पर राम मंदिर निर्माण को लेकर शिलान्यास के तिथियों पर चर्चा की जा सकती है।
अयोध्या विवाद में सुप्रीम कोर्ट के फैसले के बाद केंद्र सरकार की ओर से जन्मभूमि पर भव्य राम मंदिर निर्माण के लिए श्री राम जन्म भूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट का गठन किया गया है। ट्रस्ट की दिल्ली में आयोजित पहली बैठक में श्री राम जन्मभूमि और श्री कृष्ण जन्म भूमि न्यास के अध्यक्ष और मणिराम दास छावनी के महंत नृत्य गोपाल दास को ट्रस्ट का अध्यक्ष और विश्व हिंदू परिषद के अंतरराष्ट्रीय उपाध्यक्ष चंपत राय को ट्रस्ट का महासचिव तथा पीएम मोदी के खास नौकरशाह नृपेंद्र मिश्र को राम मंदिर निर्माण समिति का चेयरमैन चुना गया है। पदाधिकारियों के चयन के बाद राम मंदिर निर्माण समिति के चेयरमैन नृपेंद्र मिश्र अयोध्या का दौरा कर चुके हैं। अयोध्या दौरे पर पहुंचे श्री मिश्र ने तकनीकी विशेषज्ञ के साथ राम जन्मभूमि परिसर का जायजा लिया था और प्रशासन के अधिकारियों तथा ट्रस्ट के सदस्यों व पदाधिकारियों से आगे की रणनीति पर मंत्रणा की थी।
आशंका जताई गई थी कि रामनवमी तिथि पर राम मंदिर निर्माण की कार्रवाई प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के हाथों शुरू होगी,लेकिन ट्रस्ट के महासचिव चंपत राय रामनवमी पर राम नगरी में लाखों श्रद्धालुओं की भीड़ होने का हवाला देकर इसको सिरे से खारिज कर चुके हैं। ऐसे में नवगठित श्री राम जन्म भूमि तीर्थ क्षेत्र की कोशिश अयोध्या के ऐतिहासिक चैत रामनवमी मेले के पूर्व विराजमान रामलला को मानस भवन परिसर के पास बन रहे अस्थाई फाइबर मंदिर मैं शिफ्ट करने की है। इससे मेले में आने वाले लाखों श्रद्धालु नजदीक से रामलला का
सर्व सुलभ दर्शन पूजन हासिल कर सकें। ट्रस्ट अयोध्या भारतीय स्टेट बैंक में अपना खाता खुल चुका है जिसमें रामलला के चढ़ावे की पहली किस्त जमा कराई जा चुकी है। इतना ही नहीं ट्रस्ट पदाधिकारियों ने ट्रस्ट का कार्यालय खोलने के लिए राम जन्म भूमि दर्शन मार्ग पर ही चार धाम मंदिर को चिन्हित किया है। शनिवार को ट्रस्ट के महासचिव चंपत राय और सदस्य डॉ अनिल मिश्र ने प्रस्तावित कार्यालय तथा तकनीकी विशेषज्ञों के साथ विराजमान रामलला के शिफ्टिंग को लेकर परिसर का जायजा लिया।
राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के महामंत्री चंपत राय ने बताया कि ट्रस्ट की पहली कोशिश श्रद्धालुओं को रामलला का बिना किसी खास परेशानी के नजदीक से दर्शन सुलभ कराने का है। इसको लेकर शिफ्टिंग का प्लान तैयार किया गया है और हर हाल में 24 मार्च को रामलला को नए आधुनिक फाइबर मंदिर में शिफ्ट कर दिया जाएगा। जिससे 25 मार्च से चैत्र राम नवमी के प्रथम दिवस से ही राम भक्त व श्रद्धालु नजदीक से रामलला का दर्शन हासिल कर सकें। उन्होंने बताया कि
राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट की दूसरी बैठक राम नवमी के बाद 4 अप्रैल को अयोध्या में होगी।जिसमें आगे की रणनीति पर ट्रस्ट के पदाधिकारी मंथन करेंगे।