शंकराचार्य स्वरूपानंद ने 34 वर्षो में राममंदिर के लिए कभी समर्थन नहीं किया - चम्पत राय

 

- ट्रस्ट महामंत्री ने सदस्यों ने के साथ रामजन्मभूमि परिसर का किया निरीक्षण 

 

 

अयोध्या, 22 फरवरी (हि.स.)। भव्य श्रीराम मंदिर निर्माण के लिए गठित अयोध्या तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट की पहली बैठक के बाद अब अयोध्या में मौजूद ट्रस्ट के ट्रस्टी सक्रिय हो गए हैं। राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के महासचिव चम्पतराय ने शनिवार को सदस्यों के साथ मंदिर परिक्षेत्र का दौरा किया। 

 

इस दौरान उन्होंने स्वरूपानंद सरस्वती पर निशाना साधते हुए कहा कि 34 वर्षों में स्वरूपानंद सरस्वती ने कभी समर्थन नहीं किया। इसका विरोध करने के लिए जितने उनके पास में हथियार थे सभी अपना लिये हैं। 

 

  कहा कि निरीक्षण में निर्माण कार्य शुरू होने पर आने वाले वाहनों के मार्ग का रोड मैप तैयार किया जाएगा। वहीं मंदिर निर्माण से पहले रामलला को किस स्थल पर शिफ्ट किया जाएगा, उसके सुरक्षा के अधिकारियों के मुताबिक तय किया जाएगा। 

 

 उन्होंने यह भी कहा कि श्री रामलला को उस स्थान पर शिफ्ट किया जाएगा, जहां सुरक्षा में किसी को संदेह न बने। इसके साथ श्रद्धालुओं के लिए कम दूरी चलकर दर्शन मिल सके। 

 

उन्होंने कहा कि अब रामलला को त्रिपाल के कपड़े में नहीं रखा जाएगा। मंदिर निर्माण से पहले अस्थाई मंदिर रखने के पूर्व सुरक्षा श्रद्धालुओं को कम समय में दर्शन हो और इस प्रकार के मंदिर में हो जो कि कम से कम तीन वर्ष से पहले बदलना न पड़े। साथ ही कहा कि रामलला का मंदिर एक एकड़ व कारिडोर दो एकड़ में बनेगा इससे ज्यादा भूमि नहीं चाहिए।