(पावन भारत टाइम्स संवाद)
अयोध्या। प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि मेरे लिए अयोध्या ज्यादा महत्वपूर्ण है। क्योकि मेरे दादा गुरु व पूज्य गुरु देव वर्ष 1934 व 1949 और 1983 से लेकर के 2014 तक राम जन्म भूमि के इस आंदोलन से जुड़े रहे। जन्मभूमि पर भव्य राम मंदिर निर्माण के लिए सुग्रीव किला के महंत पुरुषोत्तमाचार्य महाराज,दिगंबर अखाड़े के महंत परमहंस दास, स्वामी वामदेव जी महाराज, पूज्य गुरु महंत अवैद्यनाथ , अशोक सिंघल के साथ मंदिर निर्माण का मार्ग प्रशस्त कराने के लिए संघर्ष किया।
आज प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के सौजन्य से पूज्य साधु संतों के आशीर्वाद से मंदिर निर्माण का मार्ग प्रशस्त हुआ है।जन्म भूमि पर भव्य राम मंदिर के निर्माण का मार्ग प्रशस्त होना पूज्य संतो की जीवन भर की साधना की सिद्धि है।
राम नगरी पहुंचे मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने विराजमान रामलला और पौराणिक हनुमानगढ़ी में हनुमंत लला का दर्शन पूजन किया। जगद्गुरु रामानुजाचार्य स्वामी पुरुषोत्तमाचार्य के बैकुंठोत्सव समारोह में सुग्रीव किला पहुंचे सीएम योगी ने ब्रह्मलीन सुग्रीव किला के संस्थापक जगतगुरु स्वामी पुरुषोत्तमाचार्य कि प्राण प्रतिष्ठित मूर्ति का अनावरण, गरुड़ स्तंभ का लोकार्पण किया और धर्म ध्वजा फहराई और तीन दिवसीय संत सम्मेलन को संबोधित किया।
सुग्रीव किला में आयोजित संत सम्मेलन को संबोधित करते हुए सीएम योगी आदित्यनाथ ने कहा कि का मैं जब भी अयोध्या आता था। चाहे गोरक्षपीठ के नाते या फिर लखनऊ में मुख्यमंत्री बनने के बाद हर बार पूज्य जगदगुरु पुरुषोतमाचार्य जी महाराज एक ही बात कहते थे कि राम मन्दिर कब बनेगा। यही मांग अयोध्या, प्रयागराज,काशी और नैमिष तथा देश में उत्तर से दक्षिण और पूर्व से पश्चिम तक उठती थी और आग्रह किया जाता था कि जल्द से जल्द राम मंदिर का मार्ग प्रशस्त हो। राम जन्मभूमि आंदोलन की पहली बैठक सुग्रीव किला के दिवंगत संत पुरुषोत्तमाचार्य के समय में इसी किले में आयोजित हुई थी।
सीएम योगी ने कहा कि मैं सभी से कहता था कि आप सभी मोदी जी पर विश्वास कीजिए। भगवान राम के मन्दिर के निर्माण का मार्ग प्रशस्त होगा। उन्होंने कहा कि न्याय पालिका क्या होती है ? यह सर्वोच्च न्यायालय ने राम मंदिर का फैसला देकर दिखा दिया है। राम मंदिर की कार्यवाही शीघ्र प्रारंभ होगी।सरकार की ओर से राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट का गठन हो चुका है।पहली बैठक के संपन्न होने के बाद आगे की कार्यवाही आगे बढ़ रही है।ट्रस्ट के अध्यक्ष,सदस्य,निर्माण समिति के अध्यक्ष का अभिनंदन है।सनातन हिन्दू धर्मावलंबियो को बधाई। उन्होंने कहा कि हम सबको द भगवान राम की मर्यादा का उल्लंघन करना है और न ही किसी को करने देना है। हम और हमारी पीढ़ियां सौभाग्यशाली है कि भव्य राम मंदिर बनते देखने और भव्य राम मंदिर देख पाने का सौभाग्य हासिल हो रहा है।
वही राम लला का दर्शन करने के बाद मीडिया से मुखातिब सीएम योगी ने कहा कि झन घूम पर भव्य राम मंदिर निर्माण का मार्ग प्रशस्त होने के लिए पीएम नरेंद्र मोदी, सुप्रीम कोर्ट के न्यायाधीश ,देश की जनता को धन्यवाद।अयोध्या के लोग विगत 500 वर्षों से इस समस्या का सामना कर रहे थे। यह समस्या अब समाप्त हुई।भव्य राम मंदिर का मार्ग प्रशस्त हो चुका है।
मुख्यमंत्री ने फटिक सिला पर ब्रह्मलीन नारायण दास महाराज जी की स्मृति में आयोजित सीताराम महायज्ञ कार्यक्रम में भाग लिया। उक्त अवसर पर मुख्यमंत्री ने अपने संबोधन में कहा कि अयोध्या एक पावन धरती है इसका सप्तपुरियोें में प्रथम स्थान है। विगत 500 वर्षों में श्री राम जन्मभूमि आंदोलन के लिए अनेकों महापुरुषों ने अपनी आहुति दी जिसमें महंत रामचंद्र परमहंस, योगी अवैध नाथ जी, अशोक सिंघल, आचार्य गिरिराज किशोर सहित ब्रह्मलीन स्वामी नारायण दास जी का बहुत योगदान है। आज इस अवसर पर मैं इस कार्यक्रम में उपस्थित सुरेश दास , धर्मदास एवं इस कार्यक्रम के आयोजक पीठाधीश्वर महंत सुखदेव दास आदि का आभार प्रकट करता हूं तथा आवाहन करता हूं कि श्री राम जन्म भूमि के निर्माण क्षेत्र माननीय सर्वोच्च न्यायालय के निर्णय के आलोक में हमारे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी के नेतृत्व में केंद्रीय सरकार ने जो पहल किया है। वह एक सराहनीय कदम है तथा आम जनमानस, आम श्रद्धालु एवं माननीय संतों के आशीर्वाद से भव्य मंदिर बनेगा जो विश्व में अनोखा होगा सभी के सहयोग के लिए आवाहन करते हैं तथा आशीर्वाद चाहते हैं। श्री राम जन्मभूमि आंदोलन के अमर शहीदों को श्रद्धांजलि अर्पित करते हैं ।