अयोध्या, 24 जनवरी (हि.स.)। मौनी अमावस्या पर राम नगरी में हजारों श्रद्धालुओं की भीड़ उमड़ी है। ब्रह्म मुहूर्त से ही बड़ी संख्या में श्रद्धालु पावन सलिला सरयू में आस्था की डुबकी लगा रहे हैं।
मान्यता है कि जो लोग प्रयागराज नहीं जा पाते हैं वह सरयू स्नान कर अक्षय पुण्य लाभ अर्जित कर सकते हैं। सरयू तट पर पूजन अर्चन के बाद नागेश्वरनाथ, हनुमानगढ़ी, कनक भवन सहित प्रमुख मठ-मंदिरों में दर्शन का क्रम बना हुआ है।
रामकोट राम जन्मभूमि मार्ग पर भारी संख्या में लोग दर्शन के लिए उमड़ रहे हैं। दर्शन के प्रथम पाली में हजारों की संख्या में श्रद्धालुओं ने दर्शन किया है। आज के दिन साधक संत मौन व्रत होकर अपनी साधना कर रहे हैं। दूरदराज से आए लोगों का सरयू तट पर लगातार स्नान दान का क्रम चल रहा है। कहा जाता है कि मोनी अमावस्या के दिन पवित्र नदियों में स्नान करने से अक्षय पुण्य की प्राप्ति होती है और जन्म जन्मांतर के पाप नष्ट हो कर मोक्ष की प्राप्ति होती है।
श्री राम जन्मभूमि परिसर के मुख्य पुजारी आचार्य सत्येंद्र दास ने बताया कि मौनी अमावस्या पर्व का विशेष महत्व है। जो लोग मौन व्रत करके प्रयागराज में कल्पवास के साथ मौनी अमावस्या पर स्नान करते हैं, उन्हें सारे तीर्थो का फल मिलता है। मान्यता है कि जो लोग प्रयागराज नहीं जा पाते हैं वह सरयू स्नान कर पुण्य लाभ अर्जित कर सकते हैं।
हिन्दुस्थान समाचार/पवन/राजेश