(पावन भारत टाइम्स संवाद)
अयोध्या, 14 जनवरी (हि.स.)। मुख्यमत्री योगी आदित्यनाथ ने कैबिनेट की बैठक में सोमवार को घाघरा नदी का नाम बदलकर अब सरयू नदी कर दिया। इस पर संतों ने मुख्यमंत्री का आभार जताते हुए कहा कि योगी आदित्यनाथ अयोध्या के विकास में लगे हुए हैं। उन्होंने अयोध्या में किए गए अपने वादे को एक बार फिर पूरा करके रामनगरी के गौरव को पुनः स्थापित किया है।
तिवारी मंदिर के महंत गिरीश पति त्रिपाठी ने मंगलवार को कहा कि सूबे के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने जनमानस के मंशानुरुप अवध और पूर्वांचल के कई जिलों से होकर गुजरने वाली घाघरा नदी का नाम बदलकर रामायण कालीन नदी सरयू कर दिया। सदगुरु सदन गोलाघाट के महंत सिया किशोरी ने कहा कि मुख्यमंत्री ने घाघरा नदी का नाम अभिलेखों में सरयू करके त्रेता युग की याद दिला दी है। बाबरी मस्जिद विवाद के मुद्दई रहे इकबाल अंसारी ने भी कहा कि योगी ने एक बार फिर अयोध्या की गरिमा लौटाई है। जगतगुरु स्वामी दिनेशाचार्य ने कहा कि सीएम योगी ने अयोध्या की गौरव को बढ़ाने का काम किया है। अब पूरे भारतवर्ष में घाघरा सरयू के नाम से जानी जाएगी। विश्व हिंदू परिषद के प्रवक्ता शरद शर्मा ने कहा कि सरयू पौराणिक नदी है। वेदों पुराणों में भी सरयू जानी जाती है। अयोध्या के संतों की पुरानी मांग पूरी हुई है।