साहित्यमङ्गलम का 27वां बार्षिकोत्सव हुआ सम्पन्न

 


(पावन भारत टाइम्स संवाद)


अयोध्या।साहित्यमङ्गलम संस्था का 27वां बार्षिकोत्सव  सम्पन्न। अयोध्या की साहित्यिक और सांस्कृतिक गतिविधियों में विगत 27बर्षों से सक्रीय साहित्यमङ्गलम संस्था का 27वां बार्षिकोत्सव विचार गोष्ठी और कवि सम्मेलन के साथ मनाया गया जिसकी अध्यक्षता आदरणीय गिरीश पति त्रिपाठी जी ने की । कार्यक्रम के मुख्य अतिथि डॉ श्री शैलेन्द्र नाथ मिश्र हिन्दी विभागाध्यक्ष लाल बहादुर शास्त्री महाविद्यालय गोण्डा ने राम कथा का सार्वभौमिक संदेश नामक बिषय  पर सारगर्भित और हृदय स्पर्शी  व्याख्यान दिया इसके बाद कवि सम्मेलन का सुभारम्भ श्री अशोक टाटम्बरी जी के कुशल संचालन में वाणी वंदना से हुआ जिसमें दूर दूर से आए हुए कवियों ने अपनी काव्य रसधार से श्रोताओं को अभिसिंचित करते हुए काव्यगंगा प्रवाहित की।प्रख्यात कवयित्री कात्यायनी उपाध्याय कीर्ति जी द्वारा प्रस्तुत मोहब्बत को अगर सचमुच निभाना आ गया होता, तो मुट्ठी में तेरी सारा जमाना आ गया होता। श्रोताओं ने खूब सराहा। रामबाबू बेबसकवि ने अपने अंदाज में,दिल को घायल कर देते हैं दिल में रहने वाले लोग, मेरे जैसे कितने होंगे पीड़ा सहने वाले लोग।कवि मनीष भट्ट शर्माने सुनाया , निगाहों ने निगाहों से ऐसा काम कर डाला, बीएससी करने आए थे मगर बीकाम कर डाला। डॉ वेद प्रकाश द्विवेदी ने, दिल्ली का निजाम जो रजामंद हुआ है, बिरियानी खिलाने का काम बन्द हुआ है। डॉ राममूर्ति चौधरी ने कहा,ब्रह्माण्ड की धूप प्रदूषित है,गगनांगन में बिषधूल भरी है।संस्था के महासचिव वीर विक्रमादित्य सिंह ने नववर्ष की शुभकामनाएं कुछ इस प्रकार व्यक्त किया कि जन जन में हर्ष हो, ऐसा नववर्ष हो,प्रेमभाव माधुर्य का सबमें उत्कर्ष हो। संस्थाध्यक्ष डॉ जनार्दन उपाध्याय ने अपने चिर-परिचित अंदाज में कहा कि लूट का हाल जो बताने गये, लुटेरे वे ही लोग माने गए। इसके अलावा अनेक मूर्द्धन्य कवियों ने अपनी  कविताओं से श्रोताओं को मंत्रमुग्ध किया।आमन्त्रित अतिथियों में श्री शेष नारायण मिश्र, डॉ पुरुषोत्तम सिंह राजेंद्र प्रसाद पाण्डेय  ,स्वामीनाथ मिश्र , समाजसेवी और अवकाश प्राप्त प्राध्यापक श्री सम्पूर्णानन्द बागी , प्रसिद्ध वैद्य आर पी पांडेय,पत्रकार पवन पांडेय, डा सम्राट अशोक मौर्य, विंध्य वसिनी पंड्या आदि सम्भ्रान्त सुधी श्रोताओं की तालियां कवियों को उत्साहित किया एवं जनता अवध इण्टर कॉलेज अयोध्या जनपद अयोध्या के छात्र छात्राओं ने सरस्वती वंदना,स्वागतगीत और समसामयिक भजन प्रस्तुत किए। अनवरत में साहित्यमङ्गलम के अध्यक्ष डॉ जनार्दन उपाध्याय और महासचिव श्री वीर विक्रमादित्य सिंह के आधार ज्ञापन व धन्यवाद के कार्यक्रम सम्पन्न हुआ ।